इलेक्ट्रीशियन क्या होता है? (What is Electrician? in Hindi)- बहुत से विद्यार्थी जो यह को जानना चाहते है कि वास्तव में इलेक्ट्रीशियन क्या होता है? या इलेक्ट्रीशियन किसे कहते हैं? आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे। इलेक्ट्रीशियन तो सभी बन जाते हैं, चाहे वो प्रैक्टिकल से सिखकर बने, पढ़कर बने या कहीं से नोलेज लेकर बने। अगर हमसे कोई पूछे, तो हम उन्हें बता सकते हैं कि बिजली से चलने वाले उपकरण जैसे:- पंखा, कूलर, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, टीवी, मोटर या अन्य कोई भी चीज़ जिसमें बिजली का उपयोग किया जाता हो तथा सीधे और सार्थक शब्दों में बिजली से चलने वाले उपकरनो को ठीक करने या रिपेयरिंग करने वाले को इलेक्ट्रीशियन कहते हैं। हमने आपको साधारण भाषा में इलेक्ट्रीशियन क्या होता है? या इलेक्ट्रीशियन किसे कहते हैं? समझाया। इलेक्ट्रिशियन क्या होता है या आईटीआई इलेक्ट्रीशियन में क्या-क्या होता है? इसके बारे में ओर अधिक जानने के लिए आप हमारा पूरा आर्टिकल पढ़ सकते हैं।
इलेक्ट्रीशियन की फुल फॉर्म क्या है?
इलेक्ट्रीशियन की निर्धारित रूप से कोई फुल फॉर्म नहीं होती, जो लड़का या लड़की बिजली से सम्बंधित सभी चीजो का निरक्षण और ख्याल रखे, उसे इलेक्ट्रीशियन कहते हैं। इलेक्ट्रीशियन की फुल फॉर्म के बारे में आपको पता चल ही गया। बता दें कि इलेक्ट्रीशियन के कामकाज बिजली से चलने वाले उपकरणों को ठीक करने या रिपेयरिंग करने का होता है। जैसे कि पंखा, कूलर, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, टीवी, मोटर को ठीक या रिपेयरिंग करना।
इलेक्ट्रीशियन क्या होता है?
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन क्या होता है? और आईटीआई इलेक्ट्रीशियन में क्या होता है? दोनों अलग-अलग सवाल हैं। आईटीआई में सबसे पॉपुलर ट्रेड इलेक्ट्रीशियन है। आईटीआई एक इंजीनियरिग कोर्स होता है, जिसमें इंजीनियरिग से जुड़ी ट्रेडो की जानकारी शुरुआत में ही दी जाती है। इलेक्ट्रीशियन भी आईटीआई की ट्रेड होती है। इसमें घरेलू, मोटर आदि इलेक्ट्रोनिक चीज़ो की जानकारी दी जाती है। अगर आप इलेक्ट्रीशियन बनना चाहते हैं और इलेक्ट्रिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आप आईटीआई में इलेक्ट्रीशियन का कोर्स कर सकते हैं।
इसके कई फायदे हैं और कई सारी इंडस्ट्री कंपनी में आप अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं क्योंकि प्रत्येक कंपनी या इंडस्ट्री में इलेक्ट्रीशियन से जुड़े कई सारे यंत्र और कई प्रकार के इलेक्ट्रिकल से जुड़े कई सारे यंत्र और कई प्रकार की मशीनें भी होती हैं। जिनके रखरखाव के लिए इलेक्ट्रीशियन की जरूरत होती है। आजकल बिजली से चलने वाले उपकरणों की संख्या और जरूरतें बढ़ गई हैं, इसलिए हर जगह इलेक्ट्रीशियन की मांग भी बढ़ती जा रही है। प्रत्येक वर्ष प्राइवेट कंपनी या सरकारी कंपनियों में या उद्योगों में प्रकार की वैकेंसी निकलती रहती हैं। आप बहुत हदतक समझ चुके होंगे कि आईटीआई इलेक्ट्रीशियन क्या होता है।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन में कितने विषय होते हैं?
छात्रों के दिमाग में ज्यादा तर आता है कि आईटीआई इलेक्ट्रीशियन में कितने विषय होते हैं? आईटीआई इलेक्ट्रीशियन में पांच विषय होते हैं। आईटीआई इलेक्ट्रीशियन के विषय नीचे दिए गए हैं।
- इलेक्ट्रीशियन थ्योरी
- इलेक्ट्रीशियन प्रैक्टिकल
- वर्कशॉप कैलकुलेशन एंड साइंस
- एम्पलाईेबिलिटी स्किल्स
- इंजीनियरिंग ड्राइंग
इलेक्ट्रीशियन के कामकाज अन्य प्रकार के होते हैं। जब आप इलेक्ट्रीशियन के कोर्स को सफलतापूर्वक कर लेते हैं तब आप बिजली से चलने वाले सभी विद्युत और उपकरणों का प्रयोग आसानी से सीख जाते हैं। आप ड्राइंग में बताए गए सभी विद्युत स्विच बोर्ड एसी डीसी का उपयोग करना आसानी से सीख जाते हैं। ड्राइंग में बताएंगे विद्युत सर्किट को भी आसानी से समझ जाते हैं। जो भी चीज आपको कोर्स के शुरुआत में समझाई जाती है आप सब आसानी से करने लग जाते हैं। आपको यह बात भी जरूर समझाई गई होगी एक इलेक्ट्रीशियन के लिए उसका महत्वपूर्ण उपकरण एक नियॉन टेस्टर होता है। आपने यह बात ध्यान भी दी होगी एक इलेक्ट्रीशियन की जेब में न्यून टेस्टर या जिसे हम स्क्रुड्राइवर भी कहते हैं जरूर होता है। आपको इसमें पीसीबी और डिसहोल्डिंग करना भी सिखाया जाता है। डोमेस्टिक और इंडस्ट्रियल वायरिंग को हैंडल करना भी सीख जाते हैं। टेस्टर से आप सभी ऑप्टिकल फॉल्ट का आसानी से पता लगा सकते हैं। अर्थ टेस्टर वोल्ट मीटर एनर्जी मीटर की मात्रा को मापने का काम सीख जाते हैं। घरेलू चीजों की वायरिंग जैसे मोटर, वाशिंग मशीन, पंखा, कूलर ,फ्रिज सबको पंखा कूलर फ्रिज सबको आप आसानी से ठीक कर सकते हैं और सारी कमियों को समझ सकते हैं। इसमें आपको ट्रांसफार्मर, मोटर, जनरेटर सबको असेंबल और डिसेंबल करना भी सिखाया जाता है। इलेक्ट्रीशियन का क्या काम होता है? आपको पता चल गया होगा।
इलेक्ट्रीशियन और इलेक्ट्रिकल में अंतर
इलेक्ट्रीशियन और इलेक्ट्रिकल में क्या अंतर है? वैसे तो इनका हिंदी में मतलब एक ही है विद्युत्कार। इलेक्ट्रीशियन का सम्बन्ध आईटीआई से होता है जहाँ आप किसी भी प्राइवेट या गवर्नमेंट कॉलेज में 2 साल का कोर्स करते हैं। सार्थक शब्दों में इलेक्ट्रीशियन का मतलब विद्युत् से चलने वाले मशीनें उनकी देखभाल और खराब होने पर रिपेयर भी करते हैं इलेक्ट्रीशियन कहलाता है। इसमें भी अलग-अलग काम करने वाले इलेक्ट्रीशियन होते हैं, सबका अलग-अलग काम होता है, कुछ वेल्डिंग का काम करते हैं, कुछ मोटर बाँधने वाले होते हैं। DMRC, DRDO, NMRC जहाँ कई वैकेंसी निकलती हैं और आप अपने करियर की शुरुआत यहां से कर सकते हैं। इलेक्ट्रिकल में आपको 3 साल का डिप्लोमा मिलता है। इसमें इलेक्ट्रीशियन की तुलना में आपको ज्यादा बढ़ाकर चीजों को सिखाया जाता है। इलेक्ट्रीशियन में आपको सिखाते हैं ये चीज़ हुई, लेकिन इलेक्ट्रिकल में आपको सिखायेंगे ये चीज़ क्यूँ और किस प्रकार हुई। इसमें आपको प्रूफ के साथ प्रैक्टिकल स्वरूप में दिखाया जाता है ये चीज़ क्यूँ और कैसे हुई। इसमें आप जूनियर और सीनियर इंजीनियर जैसी पोस्ट प्राप्त कर सकते है। इसमें LINE MAN, TGT-2 से अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से काफी चीजें समझ चुके होंंगे। parikshapoint.com का मुख्य मकसद है आपको सबसे बेहतर शिक्षा देना।
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