Plumber (प्लम्बर) (नल साज) क्या होता है और ये कैसे बनें-
यह तो आपको पता है ही कि प्लम्बर का काम पानी से सम्बंधित होता है। किसी भी घर या इमारत के बाथरूम या रसोईघर में पानी के पाइप को जोड़ने और उनकी मरम्मत करने वाले को प्लम्बर कहा जाता है। इसके अलावा बड़े-बड़े नहर से शहरों तक पाइप द्वारा पानी लाना या शहरों से गाँव में पानी लेकर जाना ये सभी काम प्लंबिंग इंजीनियरिंग की मदद से किया जाता है। अगर आप भी प्लम्बर इंजीनियर और प्लम्बर का काम के बारे में जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को पढ़ते रहिए। प्लम्बर (Plumber) वह पेशेवर और कौशल प्राप्त व्यक्ति होते हैं जो किसी भी घर / दफ़्तर / कार्यालय / भवन / दुकान आदि में निर्बाध और रिसाव रहित जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पानी की पाइपलाइनों की फ़िटिंग, मरम्मत और रखरखाव करने का कार्य करते हैं। प्लम्बर के अन्य कार्यों में सीवर लाइन और नाले/ नाली आदि की पाइपलाइन की फ़िटिंग और मरम्मत आदि भी शामिल है। प्लम्बर के रूप में कार्य करने के लिए अभ्यर्थी का अधिक पढ़ा-लिखा होना आवश्यक नहीं होता है और प्लम्बर के रूप में करियर विकल्प चुनने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थियों को मात्र सम्बंधित कौशल और हुनर प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। यदि आप भी एक प्लम्बर बनना चाहते हैं तो प्लम्बर बनने से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी आपको यहाँ पर मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि प्लम्बर क्या होता है और प्लम्बर कैसे बनें।
प्लम्बर (Plumber) क्या होता है
प्लम्बर वह पेशेवर व्यक्ति होते हैं जो किसी आवासीय या व्यावसायिक भवन में निर्बाध और रिसाव रहित जलापूर्ति के लिए पानी की पाइपलाइनों की फ़िटिंग और मरम्मत आदि का काम करते हैं। प्लम्बर, सीवर लाइन और नाले आदि की पाइपलाइन से सम्बंधित कार्य भी करते हैं। अतः एक प्लम्बर का मुख्य कार्य आवासीय या व्यावसायिक भवनों तक शुद्ध पानी पहुँचाने के लिए और सम्बंधित भवनों से अशुद्ध पानी निकालने की व्यवस्था के लिए पाइपलाइन बिछाना और उनकी मरम्मत करना है। इन कार्यों / सेवाओं के बदले प्लम्बर को वेतन या भुगतान दिया जाता है।
प्लम्बर कैसे बनें
प्लम्बिंग कोर्स आप 8वीं और 10वीं के बाद कर सकते हैं और ये कोर्स एक साल का होता है। ये कोर्स आपको प्राइवेट और सरकारी आईटीआई संस्थानों में मिलेगा। अगर आप प्लम्बर या प्लम्बर इंजीनियर बनना चाहते हैं या आपकी रूचि प्लम्बिंग में है तो आपको इसके लिए प्लम्बिंग का कोर्स करना जरुरी है। प्लम्बिंग का कोर्स बहुत अच्छा है और इसका आगे भी बहुत स्कोप है। प्लम्बर बनने के लिए आपको डिप्लोमा करना होता है प्लम्बिंग तकनीशियन का। चूँकि प्लम्बर का काम कौशल और हुनर प्रधान कार्य है, अतः प्लम्बर बनने के लिए अभ्यर्थी को अधिक पढ़ाई करने की आवश्यकता नहीं होती है। प्लम्बर बनने के लिए अभ्यर्थी दसवीं कक्षा के बाद आई. टी. आई. शिक्षण संस्थान से या अन्य किसी कौशल विकास कार्यक्रम के तहत 1 या 2 वर्षीय प्लम्बर सर्टिफिकेट कोर्स करके सम्बंधित कौशल और हुनर प्राप्त कर सकते हैं।
उपरोक्त लिखित कोर्स उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी सम्बंधित काम (पानी के पाइपलाइन की फ़िटिंग / मरम्मत आदि) में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए किसी पेशेवर और स्थापित प्लम्बर के अधीन काम करके प्लम्बर के कार्यों को बारीकी से सीख सकते हैं।
अतः अभ्यर्थी निम्नलिखित माध्यमों से प्लम्बर बन सकते हैं:-
• दसवीं कक्षा के बाद आई.टी.आई. शिक्षण संस्थान से 1 या 2 वर्षीय प्लम्बर सर्टिफिकेट कोर्स करके ।
• किसी कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्लम्बर का कोर्स करके ।
• किसी पेशेवर और स्थापित प्लम्बर के अधीन कार्य करके ।
प्लम्बर क्या काम करता है
प्लम्बर मुख्यतः निम्नलिखित कार्य करते हैं:-
· आवासीय या व्यावसायिक भवन में निर्बाध और रिसाव रहित जलापूर्ति के लिए पानी की पाइपलाइनों की फ़िटिंग करना।
· आवासीय या व्यावसायिक भवन से अशुद्ध पानी की निकासी के लिए पाइपलाइनों की फ़िटिंग करना।
· सीवर और नालों में उचित पानी के बहाव के लिए पाइपलाइन बिछाना ।
· उक्त में से किसी भी पाइपलाइन में टूट-फूट या पानी के रिसाव को रोकने के लिए मरम्मत करना; आदि।
प्लम्बर के लिए करियर विकल्प क्या हैं-
भारत में एक प्लम्बर के समक्ष निम्नलिखित करियर विकल्प मौजूद होते हैं:-
ü किसी भवन निर्माण कंपनी में नौकरी करना ।
ü ठेके के आधार पर अपना कार्य (बिज़नेस) करना ।
ü आईटीआई उत्तीर्ण छात्र पॉलिटेक्निक या CTI संस्थानों से उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
ü प्लम्बर के तौर पर सरकारी नौकरी करना ।
ü किसी सम्बंधित संस्थान में इंस्ट्रक्टर के तौर पर नौकरी करना आदि।
यदि विदेशों की बात करें तो कुछ विकसित देशों में स्किल्ड लेबर (कौशल प्राप्त श्रमिकों) की अत्यधिक कमी होने के कारण उन देशों में प्लम्बर सहित अन्य कौशल प्राप्त श्रमिकों की मांग सदैव बनी रहती है । अतः यदि आप विदेश में नौकरी करना चाहते हैं तो प्लम्बर की नौकरी प्राप्त करने के लिए कनाड़ा और खाड़ी देश अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं।
प्लम्बर की सैलरी कितनी होती है
यदि कोई प्लम्बर किसी कंपनी आदि में नौकरी करता है तो शुरुआत में उसकी मासिक सैलरी (वेतन) लगभग 10000/- रूपये तक हो सकती है जो समय और अनुभव के अनुसार नियमानुसार बढ़ सकती है।
यदि कोई प्लम्बर ठेकेदारी के अनुसार अपना स्वयं का कार्य करता है तो उसका मासिक वेतन ग्राहकों और सम्बंधित काम पर निर्भर करता है, जो प्रत्येक माह बदल सकता है।
निष्कर्ष
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से हमने आपको प्लम्बर बनने से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी हैं, जैसे कि प्लम्बर (Plumber) क्या होता है, प्लम्बर कैसे बनें, प्लम्बर का क्या काम होता है, प्लम्बर की सैलरी, आदि। यदि आप भी एक प्लम्बर बनना चाहते हैं तो आप इस जानकारी का लाभ उठा कर प्लम्बर के रूप में अपना करियर विकल्प चुन सकते हैं।
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